उनकी बेटी कुहू ने उन्हें मुखाग्नि दी। विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार के दौरान उनकी दूसरी पत्नी डॉ. आयुषी मौजूद नहीं थीं। इससे पहले पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए बापट चौराहे स्थित उनके सूर्योदय आश्रम में रखा गया था। भय्यू महाराज ने मंगलवार दोपहर अपने स्प्रिंग वैली स्थित घर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
श्रद्धांजलि देने पहुंचीं कई शख्सियत
– केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, मंत्री पंकजा मुंडे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के ओएसडी श्रीकांत, मध्य प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री कम्प्यूटर बाबा,ने भय्यू महाराज को श्रदांजलि दी।
भय्यू महाराज का दूसरा सुसाइड नोट मिला
– डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि पुलिस वैज्ञानिक तरीके से पूरे मामले की जांच कर रही है। परिजनों की स्थिति ऐसी नहीं है कि अभी बयान रिकार्ड की जाएं। भय्यू महाराज का दूसरा सुसाइड नोट मिला है। जिसमें सेवादार विनायक का जिक्र है। विनायक 16 साल से उनके साथ था।
खुद को घर पर ही गोली मारी थी
– भय्यू महाराज (50) ने मंगलवार को इंदौर में सिल्वर स्प्रिंग्स स्थित अपने घर में रिवॉल्वर दाईं कनपटी पर रखकर गोली चला दी थी, जो आरपार हो गई थी। उन्होंने सुसाइड नोट भी छोड़ा है। पुलिस प्राथमिक जांच में घरेलू विवाद को आत्महत्या की वजह मान रही है। वहीं, पुलिस को दिए बयान में पत्नी-बेटी ने पारिवारिक विवाद की बात करते हुए एक-दूसरे पर आरोप लगाया।
– डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि घटना के वक्त घर में भय्यू महाराज, मां, सेवक विनायक और योगेश थे। पत्नी डॉ. आयुषी बाहर गई थीं। पुलिस को विनायक ने बताया कि घर में कई लोग रहते हैं। दो सेवादार और थे जिन्हें सुबह 11 बजे भय्यू महाराज ने नीचे भेज दिया था और खुद बेटी कुहू के कमरे में चले गए थे। पत्नी दोपहर करीब 12 बजे लौटी तो देखा कि लाइसेंसी रिवॉल्वर भय्यू महाराज के हाथ के पास पड़ी थी और सिर से खून बह रहा था। विनायक और योगेश उन्हें बॉम्बे हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। अस्पताल के जीएम के मुताबिक दोपहर 2.06 बजे सेवक उन्हें यहां लेकर आए।